मत कर मत कर , मत कर आत्महत्या मत कर ' गिरना उठना प्रकृति का नियम। मत कर मत कर , मत कर आत्महत्या मत कर ' गिरना उठना प्रकृति का नियम।
नये पत्तों का बहार भी था नये पत्तों का बहार भी था
आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।। आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।।
कर्म पथ जो नहीं भूलाता, जीवन मेरा भी बसंत हो जाता। कर्म पथ जो नहीं भूलाता, जीवन मेरा भी बसंत हो जाता।
आभास ने फिर पंख पसारे स्वागत किया ! आभास ने फिर पंख पसारे स्वागत किया !
पतझड़ के बाद बसंत हमेशा सबके आँगन खिलते हैं ! पतझड़ के बाद बसंत हमेशा सबके आँगन खिलते हैं !